अमेरिका में अश्वेत की मौत पर बवाल, अन्य देशों तक फैली आंदोलन की आग
अमेरिका में अश्वेत व्यक्ति की पुलिस हिरासत में मौत पर हो रही प्रदर्शनों की आंच कई देशों में फैल गई है। यूरोप में लंदन में अमेरिकी दूतावास के सामने जॉर्ज फ्लोल्ड के प्रदर्शनकारियों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए सोमवार को भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए हैं। लंदन की मेट्रोपॉलिटन पुलिस सेवा ने यह जानकारी दी। पुलिस ने ट्वीट किया, इस दौरान कुल 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसमें शामिल हैं ज्यादातर लोगों ने इस क्षेत्र को छोड़ दिया है। इसके अलावा हजारों लोग लंदन के ट्रेफलगर स्क्वॉयर में एकत्र हुए और प्रदर्शन किया।
वहीं, जर्मनी से भी आंदोलन की खबरें आई। बर्लिन में अमेरिकी दूतावास के सामने सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने रैली निकाली। उन्होंने हाथों में डाक के लिए जिन पर लिखा था-जॉर्ज फ्लोल्ड के लिए न्याय, हमें मारना बंद करो और अब कौन।
चीन के सबसे बड़े शहर ऑकलैंड में सोमवार को हजारों लोगों ने मार्च किया। अश्वेत पुरुषों और महिलाओं की पुलिस द्वारा हत्या के नए मामले के बाद अमेरिका में उपजी नागरिक अशांति को लेकर विश्व के कई लोगों के मन में बेचैनी थी। प्रदर्शनकारियों ने अमेरिकी अमेरिकी दूतावासों को मार्च तक किया और गानों पर बैठ गए। उनके हाथों में (मैं साँस नहीं ले पा रहा) और 'मूल वायरस नस्लभेद' जैसे नारों के पोस्टर थे। टीवी में ही सैकड़ों अन्य, कई स्थानों पर होने वाले प्रदर्शन में शामिल हुए।
इसके अलावा जेन में, सैकड़ों लोगों ने रियो डि जिनेरियो के कामगार श्रेणी मोहल्ले, फेवलस में प्रदर्शन किया। पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोलेशने को पकड़ा। कनाडा में राष्ट्रवाद के विरोध प्रदर्शन ने मातृभूमि पुलिस और कुछ प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प का रूप ले लिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर मिर्ची स्प्रे और आंसू गैस छोड़ी
चीन सहित कई देशों ने विवरण की आलोचना की। चीन ने कहा कि अमेरिका का सबसे बड़ा वायरस नस्लभेद है। ईरान के सरकारी टीवी चैनल ने बार-बार अमेरिकी अशांति की तस्वीरें दिखाईं। रूस बोला कि अमेरिका में पूरी व्यवस्था में मानवाधिकार की समस्याएं हैं। चीन में सरकारी नियंत्रक मीडिया ने इन प्रदर्शनों को हांगकांग में सरकार विरोधी प्रदर्शनों पर अमेरिकी विचारों के चश्मे से देखा। उन्होंने कहा कि हांगकांग पर टिप्पणी करने से पहले अमेरिकी लोगों को दो बार विचार करना चाहिए। उत्तर कोरिया के पत्र ने खबर दी थी कि प्रदर्शनकारियों ने एक अश्वेत नागरिक की श्वेत पुलिसकर्मी द्वारा 'अवैध और नृशंस हत्या' की 'चोट से निंदा' की है।
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