Cyclone Nisarga: कितना नुकसान पहुंचा सकता है 'निसर्ग', जानिए सबकुछ
एक तरफ पूरा देश कोरोना संकट से जूझ रहा है और दूसरी तरफ प्रकृति का प्रकोप लगातार जारी है। बंगाल और उड़ीसा में अम्फान के कहर के बाद अब पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में चक्रवात निसर्गॉक देने जा रहा है।) एनडीआरएफ ने महाराष्ट्र में पालघर सहित कई जिलों में नौ आरक्षण समूह तैनात कर दिए हैं।
तीन जून तक महाराष्ट्र के उत्तरी इलाके और गुजरात के दक्षिण इलाकों में दस्तक देने का अनुमान है। तीन जून को महाराष्ट्र के रायगढ़ और दमन में भूस्खलन हो सकता है। चक्रवात निसर्ग के गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप लेने के बाद हवाओं की रफ्तार 105-115 किलोमीटर प्रतिघंटा होने की उम्मीद है और तीन जून को 125 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चार जून को चक्रवात निसर्ग की बाढ़ कमजोर होकर 60-70 किलोमीटर प्रति घंटा होने के अनुमान है। जबकि पिछले महीने पूर्वी क्षेत्रों पर आए चक्रवात अम्फान के समय हवाओं की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा रही थी।
भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवात अम्फान योजना पांच में रखी थी जिसे सुपर साइक्लोन कहते हैं। चक्रवात अम्फान की वजह से कई जगह पर भूस्खलन हुआ और तेज हवाओं की वजह से कई पेड़ और घरों की छतों को नुकसान हुआ।
हालांकि चक्रवात निसर्ग, चक्रवात अम्फान के मुकाबले थोड़ा कमजोर हो सकता है। अरब सागर में चल रही तेज हवाएं चार किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर की ओर चल रही हैं और मुंबई से 550 किमी दूर है। चक्रवात निसर्ग से महाराष्ट्र के रायगढ़ में हरिहरेश्वर और दमन में तीन जून को भूस्खलन होकेकिसी चक्रवात की तीव्रता की व्याख्या करने के लिए मौसम विभाग एक कम गति और खराबी जैसे स्तरों का इस्तेमाल करता है। समुद्र में गड्ढे जैसा आकार वाला क्षेत्र जल्द ही तेज हो जाएगा और चक्रवाती हवाओं में बदल रहा है और तीन जून तक यह गंभीर चक्रवाती हवाओं का रुख अपना लेगा। चक्रवात निसर्ग की दिशा
अभी चक्रवाती हवाएं मुंबई के तटीय क्षेत्रों से 550 किमी और गुजरात के सूरत के दक्षिण-पश्चिमी दक्षिण क्षेत्रों से 800 किमी दूर है। ये हवाओँ के बुधवार तक तटीय क्षेत्रों में दस्तक देने का अनुमान है। तीन जून तक महाराष्ट्र के उत्तरी इलाके और गुजरात के दक्षिण इलाकों में दस्तक देने का अनुमान है। तीन जून को महाराष्ट्र के रायगढ़ और दमन में भूस्खलन हो सकता है। चक्रवात निसर्ग के गंभीर चक्रवाती तूफान का रूप लेने के बाद हवाओं की रफ्तार 105-115 किलोमीटर प्रतिघंटा होने की उम्मीद है और तीन जून को 125 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार चार जून को चक्रवात निसर्ग की बाढ़ कमजोर होकर 60-70 किलोमीटर प्रति घंटा होने के अनुमान है। जबकि पिछले महीने पूर्वी क्षेत्रों पर आए चक्रवात अम्फान के समय हवाओं की रफ्तार 180 किलोमीटर प्रति घंटा रही थी।
भारतीय मौसम विभाग ने चक्रवात अम्फान योजना पांच में रखी थी जिसे सुपर साइक्लोन कहते हैं। चक्रवात अम्फान की वजह से कई जगह पर भूस्खलन हुआ और तेज हवाओं की वजह से कई पेड़ और घरों की छतों को नुकसान हुआ।
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